
महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को सरकार गठन के 7 दिन बाद आज, गुरुवार को मंत्रिमंडल के गठन पर फैसला हो सकता है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इससे पहले, बुधवार देर रात वे गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले थे।
सूत्रों की जानकारी के अनुसार, शाह और फडणवीस की बैठक में मंत्रिमंडल के गठन को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान मंत्रिमंडल का फॉर्मूला भी तय किया गया। माना जा रहा है कि 14 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा और मंत्री शपथ लेंगे।
डिप्टी सीएम अजीत पवार भी इन दिनों दिल्ली में मौजूद हैं और अमित शाह से मुलाकात करने संसद पहुंचे। हालांकि, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे दिल्ली नहीं गए हैं।
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का फॉर्मूला: BJP को सबसे ज्यादा मंत्री पद
सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह और फडणवीस की मुलाकात में लगभग मंत्रिमंडल का फॉर्मूला तय हो गया है और आज इस पर अंतिम मुहर लग सकती है।
मंत्रिपदों का बंटवारा:
भाजपा: 20 मंत्री
शिवसेना (शिंदे गुट): 12 मंत्री
एनसीपी (अजीत पवार गुट): 10 मंत्री
कुल 43 मंत्री, जिसमें मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
गृह मंत्रालय को लेकर खींचतान
मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे बड़ी अड़चन गृह मंत्रालय को लेकर है। पिछली शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह मंत्रालय था, और वे इसे अपने पास रखना चाहते हैं। लेकिन शिंदे गुट का तर्क है कि अगर डिप्टी सीएम का पद भाजपा के पास है, तो गृह मंत्रालय शिंदे गुट को मिलना चाहिए।
भाजपा ने गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा और ग्रामीण विकास विभाग अपने पास रखने की योजना बनाई है। शिवसेना को स्वास्थ्य, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य और उद्योग विभाग ऑफर किया गया है। एनसीपी (अजीत गुट) को वित्त, योजना, सहयोग और कृषि विभाग दिए जा सकते हैं।
फडणवीस-शिंदे-पवार की 90 मिनट बैठक
मंगलवार रात मुख्यमंत्री फडणवीस, डिप्टी सीएम शिंदे और अजीत पवार ने 90 मिनट तक बैठक की। इस दौरान मंत्रिमंडल के गठन, विभागों के बंटवारे, जिलों के प्रभारी मंत्रियों और निगमों के अध्यक्षों की नियुक्ति पर चर्चा हुई।
पूर्व कैबिनेट मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने बैठक के बाद कहा था कि कैबिनेट में किसे शामिल किया जाएगा, यह फैसला मुख्यमंत्री फडणवीस करेंगे।