प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग की पिछली मुलाकात: अक्टूबर 2024, रूस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पिछली आमने-सामने की मुलाकात अक्टूबर 2024 में रूस के कज़ान शहर में हुई थी। यह बातचीत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर हुई थी, जहाँ दोनों नेताओं ने लगभग 50 मिनट तक आपसी मुद्दों पर चर्चा की थी।
इस वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-चीन सीमा पर शांति और स्थिरता को प्राथमिकता देने की बात कही थी। उन्होंने ज़ोर दिया कि परस्पर विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता जैसे मूल सिद्धांत दोनों देशों के रिश्तों की नींव बने रहने चाहिए।
शंघाई सहयोग संगठन की शुरुआत वर्ष 2001 में हुई थी। इसमें शुरुआत में छह देश शामिल थे — चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान। बाद के वर्षों में भारत और पाकिस्तान 2017 में पूर्ण सदस्य बने, जबकि ईरान ने 2023 में इस संगठन की सदस्यता हासिल की।
इस संगठन का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आपसी सुरक्षा, आर्थिक विकास और राजनीतिक तालमेल को बढ़ावा देना है। संगठन क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए आतंकवाद, चरमपंथ, मादक पदार्थों की तस्करी और साइबर अपराध जैसी चुनौतियों पर संयुक्त प्रयास करता है।