जुबीन गर्ग का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग का अंतिम संस्कार मंगलवार को गुवाहाटी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। 19 सितंबर को सिंगापुर में उनका निधन हो गया था। अंतिम संस्कार के समय श्मशान में उनके प्रसिद्ध गाने बज रहे थे, जिससे माहौल भावुक हो गया।जुबीन की पत्नी गरिमा, परिवार, रिश्तेदार और प्रशंसक इस दुखद घड़ी में मौजूद थे। उनकी पत्नी गरिमा लगातार रो रही थीं। जुबीन 'या अली' और 'दिल तू ही बता' जैसे मशहूर गानों के लिए जाने जाते हैं।
पत्नी ने लगाई थी शिकायत वापस लेने की गुहार
जुबीन गर्ग की मौत को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे थे, जिनमें स्कूबा डाइविंग के दौरान मौत की बात भी शामिल थी। इसके बाद असम में उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और घटना के समय मौजूद अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। हालांकि, जुबीन की पत्नी गरिमा ने 20 सितंबर को एक वीडियो जारी कर इस शिकायत को वापस लेने की अपील की थी।





सिंगर जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर गुवाहाटी पहुंचा
सिंगर जुबीन गर्ग का निधन के दो दिन बाद उनका पार्थिव शरीर दिल्ली लाया गया, और फिर रविवार सुबह एक विशेष विमान से गुवाहाटी पहुँचाया गया। जैसे ही उनका काफिला गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उनके घर के लिए रवाना हुआ, हजारों की संख्या में प्रशंसक उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े।

प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में हुआ था। वह वहाँ नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए गए हुए थे। शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि उनकी मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान हुए एक हादसे में हुई थी, लेकिन बाद में उनकी पत्नी गरिमा ने इस बात का खंडन किया।टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में गरिमा ने बताया कि जुबीन अपने साथियों के साथ एक यॉट से एक द्वीप पर गए थे। वे सभी तैरने के लिए यॉट से नीचे उतरे। उनके साथियों ने लाइफ जैकेट पहन रखी थी, लेकिन जुबीन ने नहीं पहनी थी। तैरने के दौरान ही उन्हें दौरा पड़ा और लाइफ जैकेट न होने की वजह से उन्हें बचाया नहीं जा सका।
प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। वह न केवल एक गायक थे, बल्कि एक संगीतकार, गीतकार, अभिनेता और निर्देशक भी थे।उन्होंने हिंदी और असमिया फिल्म इंडस्ट्री में काम किया। अपने करियर में, जुबीन ने 40 से अधिक भाषाओं और बोलियों में 38,000 से ज्यादा गाने गाए। इनमें बिष्णुप्रिया मणिपुरी, आदि, बोरो, अंग्रेजी, मलयालम, मराठी, नेपाली, तमिल और तेलुगु जैसी कई भाषाएं शामिल हैं। जुबीन असम के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले गायक थे।
