उज्जैन से भाजपा पर निशाना साधेगी कांग्रेस, 12 सितंबर को शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
विधानसभा 2023 और लोकसभा 2024 में मिली हार के बाद कांग्रेस एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में अपनी मौजूदगी मजबूत करने की कोशिश में है। इसी कड़ी में पार्टी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह क्षेत्र उज्जैन को बड़ा रणक्षेत्र चुना है।
12 सितंबर को कांग्रेस यहां विशाल रैली और सभा करने जा रही है। इस दौरान सिंहस्थ क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण, कानून-व्यवस्था की स्थिति, अवैध शराब कारोबार, वोट चोरी जैसे मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई है।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह प्रदर्शन कांग्रेस के लिए सिर्फ जनता की नाराज़गी को आवाज़ देने का मंच नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष को उसके गढ़ में चुनौती देने का एक बड़ा संदेश भी होगा।
12 सितंबर को उज्जैन में होने वाले कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन में पार्टी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। इसमें संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
रैली के दौरान कांग्रेस प्रदेश सरकार को घेरने के लिए स्थानीय मुद्दों को भी प्रमुखता देगी। खासतौर पर सिंहस्थ-2028 की तैयारियों के लिए किसानों की जमीन लैंड पुलिंग के जरिये लेने की योजना का किसान संगठन विरोध कर रहे हैं। यही वजह है कि यह मुद्दा कांग्रेस की सभा में जोर-शोर से उठने की संभावना है। किसान संगठन पहले ही इस संबंध में भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं।