अर्शदीप सिंह की गैरमौजूदगी पर सवाल उठे हैं — क्या वह चोटिल हैं या फिर भारतीय टीम मैनेजमेंट की '8 बल्लेबाज़ों वाली रणनीति' और स्पिन गेंदबाज़ों पर बढ़ते भरोसे की वजह से उन्हें बाहर रखा गया है? UAE के खिलाफ मैच में उन्हें ड्रॉप किए जाने के बाद ये अटकलें तेज़ हो गई हैं। टीम का फोकस बल्लेबाज़ी गहराई और स्पिन के उपयोग पर ज़्यादा दिख रहा है।

भारत-पाक मैच में क्या होगा प्लेइंग 11 का बदलाव? UAE मुकाबले के बाद फैले सवाल
14 सितंबर को एशिया कप में होने वाले भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले से पहले यह चर्चा ज़ोरों पर है कि क्या टीम इंडिया अपनी प्लेइंग 11 में कोई बदलाव करेगी या नहीं। खासतौर पर UAE के खिलाफ मैच में खिलाड़ियों के प्रदर्शन और टीम के रणनीतिक निर्णय इस पर असर डाल सकते हैं।
UAE के खिलाफ टीम के प्रदर्शन को देखते हुए, कई विशेषज्ञों और फैंस का मानना है कि कुछ खिलाड़ियों को बाहर किया जा सकता है या नए खिलाड़ी शामिल किए जा सकते हैं। इस बीच, तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह का प्लेइंग 11 से बाहर रहना भी इस सवाल को और बढ़ा देता है।
टीम मैनेजमेंट की रणनीतियाँ, पिच की स्थिति और विपक्षी टीम की ताकत को ध्यान में रखते हुए प्लेइंग 11 में बदलाव की संभावना बनी हुई है। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए बेहद अहम होगा, इसलिए हर निर्णय पर गहरी नजर रहेगी।अर्शदीप सिंह को टी20 इंटरनेशनल में आखिरी बार 31 जनवरी 2025 को मिली थी खेलने का मौका
भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने आखिरी बार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 31 जनवरी 2025 को खेला था, जो अब लगभग 223 दिन पहले की बात है। इसके बाद से उन्होंने टीम इंडिया के लिए कोई मैच नहीं खेला है। इस लंबी अवधि के बाद भी अर्शदीप को हालिया मैचों में प्लेइंग XI में जगह नहीं मिल पाई है।
टीम मैनेजमेंट ने इस दौरान अन्य गेंदबाजों को मौका दिया है, जबकि अर्शदीप की फिटनेस और रणनीतिक कारणों से उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया हो सकता है।
चौंकाने वाली बात: अर्शदीप सिंह को एशिया कप में UAE के खिलाफ प्लेइंग XI से बाहर रखा गया
हालांकि अर्शदीप सिंह टीम के अहम गेंदबाज हैं, लेकिन एशिया कप के UAE के खिलाफ मुकाबले में उन्हें मुख्य खिलाड़ियों की सूची में जगह नहीं मिली। इसके बजाय, टीम प्रबंधन ने तीसरे स्पेशलिस्ट स्पिनर को मौका देना चुना।
यह फैसला कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक था और इससे यह सवाल उठने लगे कि क्या यह टीम की रणनीति का हिस्सा है या फिटनेस से जुड़ी कोई वजह है।

सवाल उठ रहे हैं: क्या अर्शदीप सिंह की गैरमौजूदगी चोट के कारण है या टीम की रणनीति?
अब यह सवाल सामने आ रहा है कि क्या अर्शदीप सिंह का टीम से बाहर रहना किसी चोट की वजह से है या फिर यह टीम मैनेजमेंट की सोच-समझकर बनाई गई रणनीति का हिस्सा है। माना जा रहा है कि टीम बैटिंग लाइनअप को मजबूत करने के लिए तीसरे स्पेशलिस्ट स्पिनर को प्राथमिकता दे रही है।
ऐसे में तेज गेंदबाज़ के बजाय स्पिनरों पर भरोसा जताना टीम की रणनीतिक योजना का हिस्सा हो सकता है, ताकि पिच और मैच की परिस्थितियों के अनुसार बेहतर विकल्प चुना जा सके।
UAE पहुंचने के बाद अर्शदीप सिंह ने क्या किया?
एशिया कप से पहले जब टीम इंडिया UAE पहुंची, तो अर्शदीप सिंह ने ICC अकादमी में हुए नेट सेशन में अधिकतर समय फिटनेस कोच एड्रियन ले रूक्स के साथ बिताया। वे गेंदबाजी की बजाय मुख्य रूप से फिटनेस और रिकवरी पर फोकस कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने तेज गति से दौड़ने और स्ट्रेचिंग जैसी एक्सरसाइजेज पर ध्यान दिया।
इससे संकेत मिलते हैं कि उनकी फिटनेस या चोट का मामला टीम प्रबंधन की चिंता का विषय हो सकता है, जो शायद उनकी टीम से बाहर रहने की वजह हो।
अर्शदीप सिंह के खेलने से बाहर रहने के पीछे की असली वजह क्या है?
अगर अर्शदीप सिंह के बाहर रहने का कारण सिर्फ फिटनेस या चोट होती, तो उनकी देखरेख के लिए टीम के फिजियो कमलेश जैन भी उनके साथ होते। लेकिन उनकी अनुपस्थिति यह बताती है कि यह मामला सिर्फ चोट से जुड़ा नहीं हो सकता।
इसका मतलब यह भी हो सकता है कि टीम मैनेजमेंट ने किसी रणनीतिक कारण या प्लानिंग के तहत उन्हें बाहर रखा हो। टीम के चयनकर्ताओं ने संभवतः अपनी ‘8 बैटर थ्योरी’ या पिच की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर फैसला लिया हो।
खास बात यह है कि अधिकांश एशियाई बल्लेबाजों को कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती की स्पिन गेंदबाजी को समझने और उसका सामना करने में दिक्कत होती है। वहीं, नंबर 8 पर बल्लेबाजी करते हुए अक्षर पटेल ने कई अहम पारियां खेलकर टीम को मजबूती दी है।
इस वजह से टीम मैनेजमेंट स्पिन गेंदबाजों और गहराई वाले बल्लेबाजी विकल्पों पर भरोसा जताते हुए रणनीति बना रही है, जिससे तेज गेंदबाजों की तुलना में स्पिनरों को प्राथमिकता मिल रही है।