अमेरिका ने ड्रग्स तस्करी से निपटने के लिए वेनेजुएला के तट के पास तीन युद्धपोत तैनात करने का फैसला किया है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि वेनेजुएला के अधिकारी, जिसमें राष्ट्रपति निकोलस मादुरो भी शामिल हैं, ड्रग्स तस्करी में शामिल हैं।यह तैनाती "ऑपरेशन साउदर्न हर्मन" (Operation Southern Harmon) नामक एक बड़े अंतरराष्ट्रीय अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कैरिबियन सागर और पूर्वी प्रशांत महासागर में ड्रग्स के प्रवाह को रोकना है।
अमेरिका ने वेनेजुएला के तट के पास तीन युद्धपोत भेजे हैं, जो कुछ ही घंटों में वहां पहुंच जाएंगे। रॉयटर्स के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन ने इस कदम का उद्देश्य ड्रग्स कार्टेल्स और उनसे जुड़ी हिंसा को रोकना बताया है।अमेरिका और वेनेजुएला के बीच संबंध लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं। अमेरिकी प्रशासन का मानना है कि वेनेजुएला की सरकार ड्रग्स तस्करी को बढ़ावा दे रही है, जबकि वेनेजुएला इन आरोपों को लगातार खारिज करता रहा है।इस तैनाती के जवाब में, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने सोमवार को 45 लाख सैनिकों को तैनात करने की घोषणा की है, ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना किया जा सके।

मुख्य बातें:
- उद्देश्य: अमेरिका का कहना है कि वेनेजुएला से होने वाली ड्रग्स तस्करी को रोकना इस तैनाती का मुख्य उद्देश्य है।
- वेनेजुएला की प्रतिक्रिया: वेनेजुएला के विदेश मंत्री ने अमेरिका के इस कदम को "पागलपन" करार दिया है और इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बताया है।
- अंतरराष्ट्रीय अभियान: यह तैनाती अमेरिका के नेतृत्व में चलाए जा रहे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय अभियान का हिस्सा है, जिसमें कई अन्य देश भी शामिल हैं।
तनाव में वृद्धि: इस घटना ने पहले से ही तनावपूर्ण चल रहे अमेरिका-वेनेजुएला संबंधों को और खराब कर दिया है।
अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को दुनिया के प्रमुख ड्रग तस्करों में से एक घोषित किया है। ट्रम्प प्रशासन ने 8 अगस्त को मादुरो की गिरफ्तारी के लिए इनाम की राशि को बढ़ाकर 435 करोड़ रुपये कर दिया था।अमेरिका का आरोप है कि मादुरो ड्रग्स माफिया के साथ मिलकर अमेरिका में फेंटानिल-मिश्रित कोकेन की तस्करी कर रहे हैं। वर्ष 2020 में न्यूयॉर्क की एक अदालत में मादुरो के खिलाफ नार्को-आतंकवाद और कोकेन तस्करी के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। उस समय उनकी गिरफ्तारी के लिए 130 करोड़ रुपये का इनाम रखा गया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 217 करोड़ रुपये कर दिया गया था।
- ड्रग्स तस्करी पर ट्रम्प प्रशासन का सख्त रवैया
ट्रम्प प्रशासन ने ड्रग्स माफिया को अमेरिका के लिए एक बड़ा खतरा बताया है। उनका मानना है कि ये गिरोह न केवल फेंटानिल जैसी नशीली दवाओं की तस्करी कर रहे हैं, बल्कि अमेरिकी शहरों में हिंसा को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
मेक्सिको के साथ तनाव
- ट्रम्प ने मेक्सिको की नई राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम से भी इन गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है। हालांकि, मेक्सिको ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा और अमेरिकी सेना के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेगा।
ड्रग्स गिरोहों को 'आतंकी संगठन' का दर्जा
- फरवरी 2025 में, ट्रम्प प्रशासन ने कई ड्रग्स गिरोहों को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया। इनमें वेनेजुएला का ट्रेन डी अरागुआ, अल सल्वाडोर का MS-13, और मेक्सिको के छह ड्रग्स कार्टेल्स शामिल हैं।
- यह दर्जा आम तौर पर अल-कायदा या इस्लामिक स्टेट जैसे संगठनों को दिया जाता है। लेकिन ट्रम्प प्रशासन ने तर्क दिया कि ये गिरोह ड्रग्स, मानव तस्करी और हिंसा के माध्यम से इतना नुकसान पहुँचा रहे हैं कि उन्हें आतंकी संगठन माना जाना चाहिए।