तर की राजधानी दोहा में मंगलवार को कई तेज धमाके सुने गए। इजराइली सेना ने घोषणा की कि उन्होंने हमास के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाकर हवाई हमले किए हैं।ये हमले हमास प्रमुख खलील अल-हय्या को निशाना बनाने के लिए किए गए थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अल-हय्या इस हमले में बच गए, जबकि छह अन्य लोग मारे गए।इस बीच, इजराइली प्रधान मंत्री नेतन्याहू ने भी कहा कि इजराइल इस हमले की "पूरी जिम्मेदारी" लेता है। यह हमला तब हुआ जब हमास नेता अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे।

इज़राइली सेना और सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि यह हमला बेहद सटीक तरीके से उन हमास नेताओं को निशाना बनाकर किया गया था, जो लंबे समय से संगठन की गतिविधियों का संचालन कर रहे थे।एक इज़राइली अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए पुष्टि की कि हमला कतर की राजधानी दोहा में हुआ। सेना के अनुसार, ये हमास नेता 7 अक्टूबर 2023 को इज़राइल पर हुए हमले के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार थे।

कतर में हमास के ठिकाने
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब हाल ही में इज़राइली सेना के जनरल स्टाफ प्रमुख इयाल जमीर ने कहा था कि विदेशों में रह रहे हमास नेताओं को भी निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने 31 अगस्त को कहा था कि "हमास के ज्यादातर नेता विदेश में हैं, और हम उन तक भी पहुँचेंगे।"
कतर लंबे समय से हमास के निर्वासित नेताओं का ठिकाना रहा है और इज़राइल-फिलिस्तीन के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है। यह हमला गाजा में युद्धविराम और 7 अक्टूबर को हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई को लेकर चल रही बातचीत को और भी मुश्किल बना सकता है।

इजराइल द्वारा किए गए हमले के बाद, कतर ने इसकी कड़ी आलोचना की। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, माजिद अल-अंसारी, ने इसे हमास के राजनीतिक मुख्यालय पर एक "कायराना हमला" बताया। उन्होंने कहा कि यह हमला सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का उल्लंघन है।
इजराइल का रुख
दूसरी ओर, इजराइल के वित्त मंत्री बेजलेल स्मोट्रिच ने इस हमले की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी आतंकवादियों को इजराइल से छूट नहीं मिलेगी। उन्होंने सोशल मीडिया पर इजराइली रक्षा बल (IDF) और शिन बेट (इज़राइली सुरक्षा एजेंसी) के "सही फैसले और सटीक निशाने" की सराहना की। उन्होंने कहा, "आतंकवादियों को इजराइल के लंबे हाथों से कभी भी कोई छूट नहीं मिलेगी।"