collapse
...

जो हमारे आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता है. उन्होंने कहा, '100 दुखों की एक दवा, आत्मनिर्भर भारत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत 'विश्व बंधु' की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है और हमारा कोई दुश्मन नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दुश्मन है, तो वह है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। उन्होंने इस निर्भरता को हराने का आह्वान किया।पीएम मोदी ने कहा कि दूसरों पर निर्भर रहने से हमारे आत्मसम्मान को चोट पहुंचती है और हम भावी पीढ़ी के भविष्य को खतरे में नहीं डाल सकते। उन्होंने 'आत्मनिर्भर भारत' को "100 दुखों की एक दवा" बताया।गुजरात दौरे पर, मोदी ने भावनगर में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। ये परियोजनाएं पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय और गुजरात मैरीटाइम बोर्ड से जुड़ी हैं। इसके अलावा, उन्होंने धोलेरा का हवाई सर्वे किया और अहमदाबाद के लोथल में नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स का भी निरीक्षण किया।

gvgvu.jpg
hgvcgjvj.jpg

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में 'आत्मनिर्भर भारत' पर जोर देते हुए तीन महत्वपूर्ण बातें कहीं:

  1. निर्भरता सबसे बड़ा दुश्मन: मोदी ने कहा कि भारत आज 'विश्व बंधु' की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है और हमारा कोई दुश्मन नहीं है। अगर कोई है, तो वह है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। उन्होंने इसे हराने का आह्वान किया।
  2. आत्मसम्मान और भविष्य की चिंता: उन्होंने कहा कि दूसरों पर निर्भर रहने से हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुँचती है और हम भावी पीढ़ी के भविष्य को खतरे में नहीं डाल सकते।
  3. 'आत्मनिर्भर भारत' 100 दुखों की एक दवा: मोदी ने 'आत्मनिर्भर भारत' को "100 दुखों की एक दवा" बताया, और कहा कि दुनिया में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए सबसे बड़ी आबादी वाले देश को आत्मनिर्भर रहना होगा।

    vhgchgvc.jpg

    मोदी ने कांग्रेस को घेरा: कौशल और 'लाइसेंस-कोटा राज' पर सवाल

    प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद देश में कौशल को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि छह-सात दशकों तक भारत वह सफलता हासिल नहीं कर सका, जिसका वह हकदार था। इसके दो मुख्य कारण थे:

    'लाइसेंस-कोटा राज': मोदी के अनुसार, कांग्रेस सरकार ने देश को लंबे समय तक 'लाइसेंस-कोटा राज' में उलझाए रखा।

    घोटाले और विदेशी निर्भरता: जब वैश्वीकरण का दौर आया, तो कांग्रेस ने आयात का रास्ता अपनाया, जिसमें करोड़ों के घोटाले हुए और देश के युवाओं का नुकसान हुआ।

    मोदी ने कहा कि इन नीतियों ने भारत की असली ताकत को सामने आने से रोका, जिसका एक उदाहरण शिपिंग सेक्टर है। उन्होंने बताया कि भारत सदियों से एक समुद्री ताकत था और जहाज निर्माण का केंद्र हुआ करता था, लेकिन इन नीतियों से यह सेक्टर प्रभावित हुआ।

    2047 तक 'विकसित भारत' का लक्ष्य

    प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए आत्मनिर्भरता को एकमात्र विकल्प बताया। उन्होंने 140 करोड़ देशवासियों से यह संकल्प लेने का आह्वान किया कि चिप हो या जहाज, सब कुछ भारत में ही बनाया जाएगा।

मोदी ने कहा कि व्यापार को और सरल बनाने के लिए उनकी सरकार ने मानसून सत्र के दौरान कई पुराने, अंग्रेजों के जमाने के कानूनों को बदला है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से शिपिंग सेक्टर में बड़ा बदलाव आएगा।

ghhgcvh.jpg
vhghgvj.jpg

प्रधानमंत्री मोदी ने किया देश के सबसे बड़े क्रूज टर्मिनल का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भावनगर से मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) का वर्चुअली उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक टर्मिनल 'क्रूज भारत मिशन' के तहत विकसित किया गया है और इसे देश का सबसे बड़ा क्रूज टर्मिनल बताया जा रहा है।

मुख्य विशेषताएँ:

  • क्षमता: लगभग 4.15 लाख वर्ग फुट में फैला यह टर्मिनल सालाना 10 लाख यात्रियों को संभालने में सक्षम है।
  • जहाजों की संख्या: यहाँ एक साथ 5 क्रूज जहाज खड़े हो सकेंगे।
  • सुविधाएँ: यात्रियों के लिए 72 चेक-इन और इमिग्रेशन काउंटर बनाए गए हैं।

केंद्रीय पोत, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के अनुसार, यह टर्मिनल भारत को वैश्विक क्रूज पर्यटन का केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

bhv.jpg

पीएम मोदी ने नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स का किया दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद जिले के लोथल में नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (NMHC) का दौरा किया और चल रहे कार्यों का जायजा लिया। इस परियोजना को लगभग 4,500 करोड़ की लागत से विकसित किया जा रहा है।

लोथल का ऐतिहासिक महत्व:

  • लोथल, जो कभी सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र था, लगभग 5000 साल पहले एक बंदरगाह और जहाज मरम्मत केंद्र के रूप में कार्य करता था।
  • इस ऐतिहासिक स्थल पर बन रहा यह कॉम्प्लेक्स भारत के समुद्री इतिहास को दर्शाएगा।

यह हेरिटेज कॉम्प्लेक्स एक पर्यटन स्थल और अध्ययन केंद्र दोनों के रूप में काम करेगा। इसका उद्देश्य आम लोगों को भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास को आसानी से समझने में मदद करना है। इस टूरिस्ट स्पॉट के पूरा होने से स्थानीय लोगों के लिए हजारों रोजगार के अवसर भी पैदा होने की उम्मीद है।

hhjjk.jpg

Share: