केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार इंटीग्रेटेड फार्मिंग को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। जीएसटी घटने से दुग्ध उत्पादन से जुड़ी महिलाओं की स्व-सहायता समूहों और "लखपति दीदी" जैसी योजनाओं को नई ताकत मिलेगी। दूध, घी और मक्खन जैसे उत्पादों पर कर में कटौती से डेयरी क्षेत्र को सीधा फायदा होगा, जिसका लाभ अंततः किसानों तक पहुंचेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि देश में अधिकतर किसानों के पास छोटी जोत की जमीन है, जिसकी वजह से वे महंगे कृषि उपकरण नहीं खरीद पाते। अब जीएसटी में कमी आने से किसान सस्ते और छोटे उपकरण आसानी से ले पाएंगे।

जीएसटी में कटौती से किसानों, डेयरी और मत्स्य पालन को राहत, सौर ऊर्जा और आवास क्षेत्र को भी मिलेगा लाभ
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जीएसटी में की गई कटौती का लाभ केवल खेती तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि मत्स्य पालन, डेयरी और ग्रामीण आजीविका से जुड़े सभी क्षेत्रों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि अब सिर्फ समुद्र ही नहीं बल्कि खेतों में तालाब बनाकर मछली पालन करने वाले किसानों को भी फायदा होगा।
ऊर्जा आधारित उपकरणों पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% किए जाने से सौर ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, सीमेंट और लोहे पर कर कम होने से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाना आसान होगा।
उन्होंने कहा कि देश कई चुनौतियों से जूझ रहा है, लेकिन उत्पादन लागत घटने से न केवल किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। कई ट्रैक्टर कंपनियों ने जीएसटी कटौती के बाद पहले ही अपने दाम कम कर दिए हैं।